2022/10/05

|| में तुझे याद न आऊंगा ||

 पौंछ देना मेरी यादों को आँसू की तरह || 

जब छलक जाऊं में तेरी आँखों से पानी की तरह ;


तुम झटक देना आपने आँचल को जोर से ;

जब पकड़ लू में तेरा आँचल काँटों की तरह || 


दिल में आग तू हमेशा जलाये रखना ;

में रहूँ तेरे दिल में जो सबनम की तरह || 


तुन छुपा लेना खुद को किसी आड़ में ;

में छूना जो चहुँ तुझे किसी झोंके की तरह || 


आवर भी तरीके है मुझे भुलाने के याद करना ;

में तुझे याद न आऊंगा  सागर पहले की तरह || 


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