2017/10/16

कौन मुफलिश है।।

मुझको ताज बना कर शाहंशाह करने वालो।।
अपनी मुफलिसी का आईना तुमको में दिखाऊंगा।।
तुम्हारे हुनर की कद्र मुझे है कि नही।।
काट कर हाथ तुम्हारे में ये जताऊंगा।।