2019/08/20

।। गुनगुनाती किताबे।।

तकनीक ने ऐसा कमाल कर दिया।।
किताब बोलने लगी है उसकी जुबान से ।।
वो खामोश सी इंतजार अब नहीं करती।।
खींच लेती है अपनी तरफ मेहबूबा की सदा हो जैसे।।