दिल लगा कर क्यों रूठ गए हो ;
आपने बना कर क्यों ख़फ़ा हो गए हो ;
पहले थे हर दर्द की दवा आप सागर ;
आज हर दर्द की वजह बन गए हो ||
प्रेम विवाह के बाद कवि
मेरे ब्लॉग को फॉलो करने क लिए यहाँ क्लिक करे | |
मेरे बेटे के Youtube ब्लॉग को फॉलो करे यहाँ क्लिक करके ||
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
आपकी टिप्पणियों का हार्दिक स्वागत है...
आपकी टिप्पणियाँ मार्गदर्शक बनकर मुझे प्ररित करती है.....
आभार ..........