2018/08/08

।। मोहब्बत।।

रात बहुत हो गयी चलो कुछ देर अब सो लिया जाये ।
सपनो की दुनिया से तुम्हारी  हो लिया जाये ।
कुछ देर रुकना है तेरी दुनिया के ठहराव में।
कुछ सुनना है गिला सिकवा जो हम से है।
आ दर्द को धड़कनो में पिरो लिया जाए।
रात बहुत हो गयी चलो कुछ देर अब सो लिया जाये ।
सपनो की दुनिया से तुम्हारी  हो लिया जाये ।।

मेरे हालातो को तेरे हालात से ना मिला के देख ।
मेरे जज़्बातों को अपने जज़्बात से ना मिला के देख।
जब इश्क़ किया था तो कोई शर्तें नहीं थी।
आ मोहब्बत के कागजो को छान लिया जाये।
रात बहुत हो गयी चलो कुछ देर अब सो लिया जाये
सपनो की दुनिया से तुम्हारी  हो लिया जाये ।।

तुमने जो कहा उसको फिर से कहता हूँ।
मैने जो कहा मुझे फिर से कहना तुम ।
अब मोहब्बत को देखे एक दूजे की नजर से।
मेरे बोलो को मुझ से , तेरे बोलो को तुझ से कहा जाये।
रात बहुत हो गयी चलो कुछ देर अब सो लिया जाये
सपनो की दुनिया से तुम्हारी  हो लिया जाये ।।

आ चल मोहब्बत करते है फिर से सुरु ।
तू इधर से निकलना में पीछे पीछे चलूँ ।
तू मुझे नहीं जानती , "सागर" पहचानता नहीं तुमको।
आ अजनबी से फिर हो लिया जाये ।
रात बहुत हो गयी चलो कुछ देर अब सो लिया जाये
सपनो की दुनिया तुम्हारी से हो लिया जाये ।।

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