जिस तरह आसमान के सभी रंग मिलकर इन्द्रधनुष बनाते है ,
जिस तरह बनाती है सहद मधुमखी रंग बिरंगे फूलों से ,
जिस तरह सात सुर मिलकर जीवन संगीत बनाते है ,
जिस तरह सागर में आके सारे संसार की नदियाँ मिलती है ,
उसी तरह सारे संसार की खुशियाँ आपके दामन मैं भर जाये !
नव वर्ष २०११ आपके सपनो को हकीकत का धरातल प्रदान करे !
नव वर्ष मंगलमय हो
मेरे विचारों की,दिल के अरमानो की,सपनो की जो अठखेलियाँ करते आ जाते है,कभी मेरी आँखों में,और टपक पड़ते है कभी आंसू बनकर,कभी खिल जाते है फूल बनकर मेरे दिल के आँगन में,कभी होठों पे मुस्कराहट बन के आ जाते है,कभी बन जाती है आवाज मेरी जब हो जाता हूँ में बेआवाज ,तब होती है इन शब्दों के समूहों से अभिव्यक्ति;अपनी भावनाओ को,अपने दिल के अरमानो को लिख कर;प्रस्तुत किया इक किताब कि तरह,हर उन लम्हों को जो है मेरी अभिव्यक्ति,अगर ये आपके दिल को जरा सा भी छू पाए तो मेरा लेखन सार्थक हो जायेगा...
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