2024/05/19

तुम !!

 तू साक़ी हो तो सराब हो कि हो पानी क्या फ़र्क़ है !!

 तू साथ है तो , हो वीराना की हो बहार क्या फ़र्क़ है !!

 मुझे तो अंधेरों से डर लगता है सागर , 

तू ख़्वाब बन जाये तो ,रात कितनी है क्या फ़र्क़ है !!



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