2020/08/27

सौदा।।

मेरा नीचा होगा तेरा  ऊंचा ओहदा है ।
जिंदगी भर तेरी गुलामी का सौदा है।।
मेरे सारे दर्द का हिस्सा में आप रखूंगा।।
मेरी खुशियों का सारा तू रख ले।।
कागज़ मेरे वसीयत के साइन कर दे।।
तेरे ख़्वाब सारे मेरे नाम कर दे।।
मेरा नीचा होगा तेरा  ऊंचा ओहदा है ।
जिंदगी भर तेरी गुलामी का सौदा है।।
मुसीबत जो कोई आई में सामने रहूंगा।।
पीछे तू मेरे कंधो पे हाथ रख दे।
मेरी जायदाद, मेरा सब कुछ तेरे नाम है।।
तेरी नज़र का मुझको हकदार रख दे।।
मेरा नीचा होगा तेरा  ऊंचा ओहदा है ।
जिंदगी भर तेरी गुलामी का सौदा है।।

2020/08/26

इंसान कि पहचान

जिन्दा हूं में अभी जान बाकी है।
जिंदगी के कुछ इम्तिहान बाकी है।।
मेरे हौसले है मेरे कद से ऊंचे।
मेरी आखिरी लंबी छलांग बाकी है।।
अभी निकली नहीं आरज़ू दिल की सभी।
दिल के अभी सारे अरमान बाकी है।।
कुछ और पत्थर पलट कर देख लू।
कुछ ना कुछ मिल जाएगा ,
बाल सफ़द हो गए लेकिन अनाड़ी रहा सागर
अभी इंसान कि पहचान बाक़ी है।।


2020/08/15

मुझे आबाद रहना है।तुझे आजाद रहना है।।
में तुझसे दूर रहता हूं,तू मेरे पास मत आना।।
चलो इक सौदा करते है सागर,
बस एक दूसरे से नाराज़ रहना है।।