2019/11/01

नवंबर मुबारक।।

मुझको इन खुनक रातों में झांकता बदन रजाई से बाहर अच्छा नहीं लगता।।
मगर तेरी सुबह सर्दियों की, मिलती नहीं खरीदे से।।

नवंबर मुबारक।।

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