फूलों की हिफाजत काँटों को करते देखा है ,
हमने परवानो को मोहब्बत में जल के मरते देखा है !
कहते होंगे दीवाने इश्क को जिन्दगी अपनी , लेकिन ;
मोहब्बत के लिए दीवानों को मरते देखा है !
नशा इश्क का हो या शराब का होश होने नहीं देता ,
गिर गिर के संभलते और संभल के गिरते देखा है !
कश्तियां डूबती देखी ज़माने के सागर में बहुत ,
हमने पैमानों में जहाजों को डूबते देखा है !
प्यास बुझाने वाली नदियाँ ;खेत लहलहाने वाले झरने ,
हमने नदियों में लाशों को बहते देखा है !
किनारों पे रहने वालों को नींद नहीं आती रात भर
हमने लहरों में घरों को उजड़ते देखा है !
खुद को दोस्त कहने वाला हरकोई दोस्त नहीं होता ,
दोस्ती के नाम पे दगा देने वाला देखा है !
वो जो मोहब्बत में जान देने की बात करते है ,
अपनी मोहब्बत का उनको "सागर"; क़त्ल करते देखा है
हमने परवानो को मोहब्बत में जल के मरते देखा है !
कहते होंगे दीवाने इश्क को जिन्दगी अपनी , लेकिन ;
मोहब्बत के लिए दीवानों को मरते देखा है !
नशा इश्क का हो या शराब का होश होने नहीं देता ,
गिर गिर के संभलते और संभल के गिरते देखा है !
कश्तियां डूबती देखी ज़माने के सागर में बहुत ,
हमने पैमानों में जहाजों को डूबते देखा है !
प्यास बुझाने वाली नदियाँ ;खेत लहलहाने वाले झरने ,
हमने नदियों में लाशों को बहते देखा है !
किनारों पे रहने वालों को नींद नहीं आती रात भर
हमने लहरों में घरों को उजड़ते देखा है !
खुद को दोस्त कहने वाला हरकोई दोस्त नहीं होता ,
दोस्ती के नाम पे दगा देने वाला देखा है !
वो जो मोहब्बत में जान देने की बात करते है ,
अपनी मोहब्बत का उनको "सागर"; क़त्ल करते देखा है
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